यदि आपने देखा है कि आपकी भूमि से जुड़े रिकॉर्ड — जैसे मालिक का नाम, खाता‑खसरा संख्या या भू‑भाग का विवरण — पोर्टल पर सही नहीं है, तो नीचे सरल भाषा में बताया गया है कि आप उसे कैसे अपडेट कर सकते हैं। MPBhulekh

समस्या पहचानें

  • पहले देखें कि किस विवरण में त्रुटि है: मालिक का नाम गलत है, खाता या खसरा संख्या मेल नहीं खा रही है या नक्शा‑सीमा में गड़बड़ी है।
  • पोर्टल पर उपलब्ध रिकॉर्ड और आपके पास रखे दस्तावेज़ की जानकारी मिलान करें।

आवश्यक दस्तावेज़ तैयार रखें

अपनी जमीन का खसरा नंबर, खाता नंबर, जिला‑तहसील‑गाँव का विवरण।

पहचान प्रमाण (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड) व मालिकाना दस्तावेज़।

अगर सीमा‑नक्शे में त्रुटि है, तो सर्वेक्षण नक्शा या भूमि का प्रारूप।

गलती का विवरण (क्या गलत है, क्यों सुधार करना है)।

पोर्टल पर शिकायत या सुधार आवेदन करें

  • MP Bhulekh Portal में “Grievance” या “Error Correction” विकल्प देखें। Magicbricks+1
  • आवेदन फॉर्म भरें जिसमें अपनी समस्या, खसरा/खाता संख्या, विवरण आदि लिखें।
  • आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें या तहसील/राजस्व कार्यालय में प्रस्तुत करें।

तहसील या राजस्व कार्यालय में आवेदन करें

  • यदि ऑनलाइन विकल्प उपलब्ध नहीं हो या मामला जटिल हो (उदाहरण: नाम परिवर्तन) तो सीधे तहसील कार्यालय जाएँ।
  • वहां लिखित आवेदन जमा करें और गलती का प्रमाण सहित दस्तावेज़ संलग्न करें।
  • नाम बदलने की स्थिति में पर्याप्त प्रक्रिया‑निर्देश होते हैं जैसे शपथपत्र व प्रकाशन। Kotak+1 आप यह भी पढ़ सकते हैं: MP Bhulekh Portal – भूमि रिकॉर्ड जानकारी के लिए आसान गाइड

सुधार की पुष्टि व रिकॉर्ड अपडेट करें

1

जब आवेदन स्वीकार हो जाए, तब पोर्टल पर लॉग इन कर देखें कि अपडेट हुआ है या नहीं।

2

नया रिकॉर्ड डाउनलोड करें या प्रमाणित प्रति प्राप्त करें।

3

अपने पास सुरक्षित रख लें क्योंकि भविष्य में लेन‑देने या ऋण हेतु काम आ सकती है।

सामान्य आवश्यकताएँ और पात्रता

किसी भी प्रकार का अपडेट या सुधार कराने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके पास पहचान पत्र और मालिकाना दस्तावेज़ उपलब्ध हैं. अगर आप प्रतिनिधि के द्वारा आवेदन करवा रहे हैं तो वैध सत्यापन पत्र और सक्षम पावर ऑफ अटॉर्नी रखें. कुछ मामलों में अतिरिक्त प्रमाण जैसे सर्वे खाका या नजदीकी पड़ोसियों का सत्यापन भी मांगा जा सकता है.

नक्शा डिजिटाइज़ेशन और सर्वे प्रक्रिया

यदि आपकी समस्या नक्शे से जुड़ी है तो अक्सर स्थानीय सर्वे टीम द्वारा जमीन की नाप-जोख की जाती है और उसके बाद नक्शा डिजिटल रूप में अपडेट होता है. यह प्रक्रिया समय ले सकती है क्योंकि सर्वे और प्रमाणन दोनों की जरूरत होती है. सर्वे के दौरान उपलब्ध सर्वे दस्तावेज़ और पुराने नक्शे साथ रखें ताकि तुलना आसान हो.

नामांतरण और भूमि का हस्तांतरण कैसे दर्ज करें

भूमि बेचना या हस्तांतरण करने पर जरूरी दस्तावेज़ जैसे बिक्री समझौता, कर भुगतान रसीद और पहचान पत्र तहसील/राजस्व कार्यालय में जमा कराएँ. ट्रांसफर का आवेदन दाखिल होने के बाद पोर्टल पर स्थिति ट्रैक करें और अंतिम अपडेट होने पर प्रमाणित रसीद सुरक्षित रखें. नोट करें कि कुछ मामलों में कर/क्लीयरेंस संबंधी शर्तें भी पूरी करनी पड़ती हैं.

रिकॉर्ड सुरक्षा, गोपनीयता और डिजिटल साइन

डिजिटल खतौनी या नक्शा डाउनलोड करते समय सुनिश्चित करें कि PDF पर डिजिटल सिग्नेचर या QR-कोड मौजूद हो क्योंकि वही आधिकारिक प्रमाण माना जाता है. अपनी डाउनलोड की हुई फाइल्स और लॉगिन क्रेडेंशियल सुरक्षित स्थान पर रखें और सार्वजनिक वाई-फाई से लॉगिन करने से बचें. अगर कभी संदेह हो तो तहसील से सत्यापन करवा लें.

FAQs:

नहीं, आमतौर पर सीधे बदलाव नहीं होता। आपको “Error Correction” या शिकायत दर्ज करनी होगी और अधिकारी द्वारा सत्यापन के बाद बदलाव होगा।

यह मामला की जटिलता पर निर्भर करता है। नाम‑खाता‑खसरा संबंधी सुधार में कुछ दिन से लेकर कुछ हफ्ते लग सकते हैं।

सामान्य सुधार के लिए कोई शुल्क न हो सकता है, लेकिन प्रमाणित प्रति, नाम परिवर्तन या नक्शे‑सुधार जैसी सेवाओं के लिए शुल्क लग सकता है।

पोर्टल पर “Track Complaint” या “Track Grievance” विकल्प देखें। आवेदन संख्या व मोबाइल नंबर से स्थिति जाँची जा सकती है।

हाँ, पोर्टल मोबाइल‑फ्रेंडली है और मोबाइल ऐप भी उपलब्ध है जहाँ से शिकायत दर्ज या रिकॉर्ड चेक किया जा सकता है।

अंतिम शब्द


अपनी भूमि का विवरण सही रखना बहुत महत्वपूर्ण है — यह न केवल आपके अधिकारों की रक्षा करता है बल्कि भविष्य में लेन‑देने, ऋण या विवादों में परेशानी से बचाता है। MP Bhulekh पोर्टल आपको यह सुविधा देता है कि आप रिकॉर्ड में गलती पाएँ और उचित रास्ते से सुधार करवाएँ। अगर कभी कोई समस्या आए, तो उपरोक्त कदमों का पालन करें और समय रहते कार्रवाई करें।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *